इस पर महाराष्ट्र मण्डल में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रिय स्वयं सेवक के नगर अध्यक्ष काशीनाथ गोरे जी ने मंजू दीदी को स्मृति चिन्ह व् श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया
अपने वक्तव्य में मंजू दीदीजी ने नारी शक्ति के महत्व में कहा कि नारी की महिमा महान है नारी पूजनीय है नारी प्रथम है जैसे कोई पुरूष भले ही ज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी हो लेकिन ज्ञान मांगता है मा सरस्वती से, धन कमाने के लिये पुरूष जाता है लेकिन धन मांगता है मां लक्ष्मी से और युद्ध के क्षेत्र में शक्ति मांगता है मां दुर्गा से। इसी प्रकार सारे नदियों के नाम भी नारी के नाम पर है जैसे गंगा, यमुना, कावेरी आदि जबकि केवल एक ही नाम है ब्रह्मपुत्र जो पुरूष के नाम पर है। एवम अजन्मा बेटी का मां के नाम पत्र पढ़कर सुनाया जिससे उपस्थित सभा के नैन गीले हो गये