बीके शिवानी को नारी रत्न का सम्मान, रोटरी क्लब और जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन ने किया सम्मानित

ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की जीवन प्रबंधन विशेषज्ञ बीके शिवानी के कोलकाता पहुंचने पर रोटरी क्लब, जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन और ब्रह्माकुमारीज़ के सहयोग से स्प्रीचुअल टॉक का आयोजन किया गया। जिसमें बीके शिवानी ने दुआओं के बल से हर काम को सहज करने की युक्तियां बताई।
कहते हैं दुआएं अगर दिल से निकले तो पत्थर को मोम, असम्भव को सम्भव और रंक को भी राजा बना देती हैं और इन्हीं दुआओं के लिए व्यक्ति मंदिर, मस्ज़िद, गुरूद्धारें, चर्च और गुरूओं के पास चक्कर लागाते हैं। उनके दिल में एक ही आश होती है कि मेरे पर कृपा दृष्टि पड़ जाए और दुआओं से झोली भर जाए। जिससे उसके बिगड़े काम बन जाए, ये दुआएं व्यक्ति को आगे बढ़ाने में मदद करती है। लेकिन जरा सोचिए दुआएं आखिर हैं क्या? आपके किसी शुभचिंतक की आपके प्रति उसकी शुद्ध भावना जिसे वो आपको आर्शिवाद के रूप में देता है, लेकिन क्या आपको पता है आपका सबसे अच्छा शुभचिंतक कौन है? एक तो खुदा और दूसरे आप खुद, बस किसी भी कार्य को करने से पहले ये दृढ़ संकल्प करे कि ये तो हुआ ही पड़ा है और फिर देखिए दुआओं का जादू।
इस दौरान बीके शिवानी को नारी रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें यह अवार्ड जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन ईस्ट ज़ोन की डायरेक्टर सुमन जैन ने दिया। इस दौरान रोटेरियन अविनाश अग्रवाल, कुशल कुम्हत, पवन बगारिया, विरेंद्र चौधरी, आर.एन बंसल, जैन इंटरनेशनल की प्रेसिडेंट शीतल दुगर, जीवो मेडिकल चेयरपर्सन सुनिता मेहता, सेमिनार अध्यक्ष सपना जैन, आशुतोष मुखर्जी, सेवाकेंद्र की प्रभारी बीके कानन मुख्य रूप से मौजूद थी।